₹2 की वैल्यू


₹2 की वैल्यू
               
 मैं अपने महाविद्यालय टी०डी०पी०जी० कॉलेज के पीजी भवन से क्लास करके यूजी भवन में क्लास के लिए जा रहा था रास्ते में मेरे फोन की रिंग बजने लगी तभी मैंने अपने जेब से फोन निकाला, फोन निकालते समय मेरे जेब से 2₹ का सिक्का गिरा जिसे मैं उठाने लगा। सिक्का उठाते समय मुझे कुछ लोगों की हंसने की आवाज सुनाई दी, मैं मुड़कर देखा तो वहाँ पर स्थित कुछ लोगों का समूह मेरे ऊपर हंस रहे थे मैंने उन्हें इग्नोर किया और वहां से सिक्के को उठाकर अगली क्लास करने के लिए चला गया।

मुझे ये समझ में नहीं आया कि वे लोग मुझपर हंसे क्यों। जहाँ तक मैं समझ हूँ कि उन लोगों का मुझपे हंसने के 2 कारण हो सकते हैं।

1.मेरी जेब से 2₹ का सिक्का गिरने पर।  या
2.मुझे सिक्के उठाते देख कर।

दोनों ही सूरतों में वे लोग हंसे तो सिक्के पर ही।

मुझे यह लगता है कि उन लोगों को नहीं पता है की 2₹ की क्या वैल्यू होती है मुझे लगता है उन्होंने कभी ट्रेन में सफर नहीं किया है जहां पर 2₹ ना होने पर एक प्यासे को पानी का बोतल नहीं मिलता, शायद उन लोगों को 2₹ कम होने पर मेडिकल से दवा नहीं मिली होगी, कभी किसी भूखे को 2₹ मिलने पर कितनी खुशी मिलती है उन्होंने यह भी नहीं देखा होगा, शायद वे लोग 2₹ ना होने पर कॉलेज से घर पैदल आए होंगे, शायद उन्हें आज भी 2₹ का कुछ नहीं मिलती होगी, शायद उन्हें यह भी नहीं पता होगा कि पेट्रोल के दाम में 2₹ बढ़ने पर कितने हंगामे होते हैं, शायद उन्होंने 2₹ के लिए अपनो को मेहनत करते हुए नहीं देखा होगा, शायद उन्हें यह भी नहीं पता होगा कि हमारे देश में 2₹ के लिए लोग कितनी मेहनत करते हैं, शायद वे लोग 2₹ के लिए अपने कंधे पर बोझ नहीं उठाऐ होंगे।
शायद उन लोगों की लाइफ में 2₹ की कोई वैल्यू ना हो पर मेरी लाइफ में 2₹ की वैल्यू है चाहे 2₹ मेरे कॉलेज कैंपस में गिरे या फिर चलते राहों में गिरे मैं उस वक्त भी उठाऊंगा क्योंकि मुझे पता है 2₹ की क्या वैल्यू है उन्होंने कभी 2₹ के लिए प्रॉब्लम फेस नहीं किये होंगे तभी मुझें सिक्के को उठाते देखकर हँसे होंगे।
यदि आप को भी लगता है 2₹ की कोई वैल्यू नहीं होती है तो आप प्रतिदिन 2₹ एक गोलक में रखते रहिये जब कभी आप को लगे की मुझे आज पैसों की सख्त जरूरत है तभी आप इस गोलक के पास वापस आइयेगा मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप को उस दिन इस 2₹ की वैल्यू समझ जाएंगे।

विकास कन्नौजिया